देशी विदेशी पक्षियों का पसंदीदा आशियाना है हरिद्वार में मौजूद झिलमिल झील
जूलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया (जेडएसआई) के वैज्ञानिकों की टीम ने हरिद्वार स्थित झिलमिल झील व इसके आसपास के इलाकों में वन्यजीवों, जलीय जंतुओं व पक्षियों की 410 प्रजातियां चिन्हित की हैं।
 

जेडएसआई वैज्ञानिकों के मुताबिक झिलमिल ताल क्षेत्र में बाघों, बारहसिंघा, सांभर, तेंदुआ जैसे जानवरों के साथ ही भारतीय व मिस्र के गिद्ध, हिमालयन रुबीथ्रोट, पैलिड हैरियर, ब्लैक नेक्ड स्टार्क, पलास फिश ईगल जैसी प्रजातियों को भी चिन्हित किया गया है। वैज्ञानिकों की टीम ने अपने शोध में पाया है कि झिलमिल झील पक्षियों के लिए पसंदीदा आशियाना है। 

मगरमच्छों, अजगरों के साथ ही कछुओं का मुफीद आशियाना

जेडएसआई के वैज्ञानिकों के अनुसार झिलमिल झील मार्श क्रोकोडाइल व इंडियन पाइथन के अलावा कछुओं कई प्रजातियों के लिए पसंदीदा आशियाना है। संस्थान के वैज्ञानिकों के मुताबिक झिलमिल झील में कछुओं की जो प्रजातियां चिन्हित की गई हैं। उनमें ब्राहिमनी रिवर टर्टल, गंगा साफ्ट शेल्ड टर्टल, ब्लैक स्पाटेड पांड टर्टल, इंडियन ब्लैक टर्टल पाए गए हैं। इन कछुओं के अलावा इस झील में हिमालयी क्षेत्रों में पाए जाने वाले ट्राइकारनेट हिल टर्टल व दक्षिण भारत में पाए जाने वाले साउथ इंडियन रुफ्ड टर्टल की प्रजातियां पाई गई हैं।


फिश ईगल व गिद्धों का पसंदीदा घर



जेडएसआई के शोध के दौरान झिलमिल झील में भारतीय गिद्ध के साथ मिस्र में पाए जाने वाले गिद्ध बहुतायत से पाए गए हैं। इसके अलावा झील में पलास फिश ईगल, रंगबिरंगी स्टार्क, पैलिड हैरियर, हार्नबिल, टर्न, ग्रास वार्बलर, हिमालयन रुबीथ्रोट  समेत पक्षियों की 191 प्रजातियां चिन्हित की गई हैं। जो पक्षियों के 50 परिवारों से आती है। 

झिलमिल झील में पाए जाने वाले पक्षियों, वन्यजीवाें, जलीय जंतुओं का अध्ययन किया गया है। अध्ययन के दौरान 410 प्रजाति के पक्षियों, वन्यजीवों व जलीय जंतुओं को चिन्हित किया गया है। झिलमिल झील में रीढ़ की हड्डी वाले जीवों की 280 प्रजातियों के साथ ही पक्षियों की 191 प्रजातियां चिन्हित की गई हैं।
डॉ. गौरव शर्मा, वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रभारी जूलाॅजिकल सर्वे ऑफ इंडिया